Shlok and Sanskrit in Bams

Shlok and Sanskrit Problem of every BSMS students.

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जैसे ही हम BAMS में आते है हम देखते है की एक सब्जेक्ट संस्कृत है। इसके लिए हम थोड़ा Prepare रहते है। 
कि संस्कृत थोड़ा सा पढ़ना है। Ayurved हे तो थोड़ी संस्कृत भी आएगी और थोड़ी सी हिंदी आएगी। 
पर उसमे श्लोक भी याद करने पड़ेगे ये बहुत बड़ी परेशानी लगती है। जिससे हम सब डरते है या तोडा सा hard लगता है।  क्योंकि श्लोक याद करना इतनी आसान चीज नहीं है। 
पर बार बार ये क्यों बोलै जाता है कि श्लोक याद  करो अचे मार्क्स आएंगे। कि  आपको एग्जाम में श्लोक लिखने जरुरी है। हर सब्जेक्ट  श्लोक कि ही बात की जाती है और श्लोक याद करने पर ही जोर दिया जाता है। अगर आप BAMS कर रहे है तो आपके साथ भी यह हुआ होगा। 

इसका रीज़न यह है क्योंकि आयुर्वेद एक हमारा Ancient Science है। जिसे बने हुए लगभग पांच हजार साल से ज्यादा हो चुके है। और पहले कोई हिंदी या इंग्लिश भाषा  इस्तमाल नहीं किया जाता था। जितने भी हमारे ग्रन्थ या संहिता है वह सब संस्कृत भाषा में है। 

हमारी सुविधा के लिए जो आजकल हम पढ़ते है वह हिंदी या इंग्लिश का अनुवाद होता है। 

श्लोक याद करना जरुरी नहीं होता है। 

अगर आपको यह बोलै जाता है कि श्लोक याद करना  जरुरी है तभी आप एग्जाम में पास हो पाओगे तो ऐसा बिलकुल नहीं है। 

लेकिन श्लोक याद करना जरुरी भी है। उसका रीज़न यह है की श्लोक एक शॉर्टकट मेथड होता है। आप अगर BAMS  में है तो आपका उदेश्य रोगी की चिकत्सा करना है। तो वह पर आपको श्लोक याद नहीं आएंगे पर हमारे लिए वह जरुरी है क्योंकि एक श्लोके में वह आपको सब बता देता है की किस बीमारी के क्या लक्षण है , क्या sign है , क्या symptoms है और इसकी चिकत्सा कैसे की जाती है। श्लोक एक formula है। 


श्लोक सिर्फ इसलिए याद न करे कि एग्जाम में अच्छे मार्क्स आएंगी। अगर आपका concept clear है , आप clenicaly उसको समझ रहे है तो श्लोक याद करना जरुरी नहीं है। 
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पर हमें  आयुर्वेद के roots को भी नहीं भूलना चाहिए। हमारी जितनी भी संहिता है उनमे संस्कृत है। नैतिकता की द्रिष्टि  से हमें श्लोक याद करने चाहिए।  लेकिन Practicaly हमें श्लोक को समझना चाहिए। 
अगर आपको आयुर्वेद में आगे तक जाना है तो उसे समझे और impliment करे। श्लोक में जो कुछ जरुरी शब्द होते है उनको जरूर याद करना चाहिए , जो आपको important लगते है। जिससे आप अपना concept clear कर सकते है। रोगो को समझ सकते है और treatment बहुत आसानी से कर सकते है। 

आपको हर stage पर एक श्लोक मिलेगा उसे रटे नहीं उसे समझे Practicaly impliment करे।  जैसे वात ,पित और कफ के गुण , स्थान , कर्म के श्लोक है जो आपको याद करने चाहिए।  यह आपके जिंदिगी भर काम आएंगे आपकी हर clenical practice में।  लेकिन बाकि श्लोक जो आप याद करने की कोशिस कर रहे है उन्हें रटे नहीं। 

Doctor रट कर नहीं बना जाता , Doctor समझ कर बना जाता है। 

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